सोमवार, 23 अगस्त 2010

गुरु पूजा


मानव जीवन में गुरु का स्थान सबसे बड़ा है .बिना गुरु जीवन अधुरा है , जीवन अंधकारमय है . जैसे सूर्य उदय मात्र से धरती पर  प्रकाश फैल जाता है उसी प्रकार गुरु होने मात्र से जीवन प्रकाशित होने लगता है .हमारा जीवन धर्म से प्रेरित रहा है .सेवा ही धर्म है . भगवा ध्वज ही हमारा गुरु है 

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